
आदित्य प्रकाश
निदेशक, आईएएचई
मैं भारतीय राजमार्ग अभियंता अकादमी (आईएएचई) का हिस्सा बनने पर स्वयं को अत्यंत गौरवान्वित और प्रसन्न महसूस कर रहा हूँ। यह अकादमी सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन एक प्रमुख राष्ट्रीय प्रशिक्षण संस्थान है, जो विगत लगभग 43 वर्षों से क्षमता निर्माण के माध्यम से राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित है।
लगभग 10 एकड़ के हरे-भरे परिसर में स्थित आईएएचई में अत्याधुनिक आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिनमें वातानुकूलित सम्मेलन और संगोष्ठी कक्ष, व्याख्यान कक्ष, आधुनिक सुसज्जित ऑडिटोरियम, उन्नत सामग्री परीक्षण प्रयोगशाला, नवीनतम डिजाइन सॉफ़्टवेयर से युक्त कंप्यूटर लैब, पुस्तकालय, स्टाफ क्वार्टर, कैंटीन तथा लगभग 120 प्रशिक्षणार्थियों के लिए आवासीय सुविधा सहित एक ‘घर जैसा’ छात्रावास शामिल है। परिसर में बैडमिंटन कोर्ट, बिलियर्ड्स, टेबल टेनिस तथा अन्य इनडोर खेलों जैसी उत्कृष्ट खेल सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।
भारत सरकार द्वारा सड़क नेटवर्क को उन्नत और विस्तारित करने हेतु प्रारंभ की गई विभिन्न प्रमुख योजनाओं के परिप्रेक्ष्य में, अत्यधिक कुशल और पेशेवर रूप से प्रशिक्षित राजमार्ग अभियंताओं की आवश्यकता निरंतर बढ़ रही है। साथ ही, इस क्षेत्र में नवाचार, नए/वैकल्पिक सामग्री और प्रौद्योगिकियों को अपनाने, और सड़क निर्माण व रखरखाव में सततता तथा लागत-प्रभावशीलता पर विशेष ध्यान देने की भी आवश्यकता है।
इन उभरती हुई आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए प्रशिक्षण, ज्ञान का उन्नयन और प्रौद्योगिकी का प्रसार अत्यंत महत्वपूर्ण है। आईएएचई कई दशकों से इस मिशन में अग्रणी भूमिका निभा रहा है और देश भर के राजमार्ग पेशेवरों को प्रशिक्षित करने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। इसके अतिरिक्त, भारत की अंतरराष्ट्रीय सहयोग पहलों के अंतर्गत, आईएएचई ने अपने प्रशिक्षण दायरे का विस्तार करते हुए विदेश मंत्रालय, अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) तथा विश्व बैंक, एडीबी जैसे बहुपक्षीय वित्त पोषण एजेंसियों के सहयोग से 65 से अधिक अफ्रीकी-एशियाई देशों के पेशेवरों को भी प्रशिक्षण प्रदान किया है।
मुझे पूर्ण विश्वास है कि हमारे संकाय, कर्मचारियों और सभी हितधारकों की प्रतिबद्धता के साथ, आईएएचई भारत के सड़क बुनियादी ढांचे के भविष्य को आकार देने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहेगा और विश्व-स्तरीय राजमार्गों के विकास में महत्वपूर्ण योगदान करता रहेगा।







